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sanyukt parivar / Joint family / features of joint family

सयुक्त परिवार ( sanyukt parivar ) | संयुक्त परिवार की विशेषता | संयुक्त परिवार के गुण और दोष



 नमस्कार, इस पोस्ट पर आपको संयुक्त परिवार, संयुक्त परिवार की विशेषता, संयुक्त परिवार के गुण, संयुक्त परिवार के दोष या समस्याए इत्यादि के बारे मे जानने वाले हो, जिसके लिए आपको पोस्ट के अंतिम तक पढ़ना 

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युक्त परिवार ( sanyukt parivar ) ( Joint family ) किसे कहते है :-

संयुक्त परिवार ऐसे लोगों का समूह है जो एक ही घर में रहते हैं, एक रसोई में भोजन बनाते हैं, जो एक की संपत्तियों का उपयोग करते है,

 पूजा में भी मिल जुड़ कर भाग लेते हैं और किसी ना किसी रूप से एक-दूसरे से संबंधित होते हैं संयुक्त परिवार कहलाता है,



 संयुक्त परिवार की विशेषता ( features of joint family ):-


(1). बड़ा आकार :-

  एक संयुक्त परिवार में तीन-चार पीढ़ी तक के रक्त संबंधित और विवाह के द्वारा समिति सदस्य एक साथ रहते हैं,



(2 ) : सामान्य निवास :-

 हम उसी परिवार संयुक्त परिवार कहते हैं जिसके सभी सदस्य एक ही घर में रहते हैं,



 ( 3 ) : सामान्य रसोई :-

 संयुक्त परिवार में परिवार के सभी सदस्य एक ही रसोई में खाना बनाती है संयुक्त रूप से सहयोग परिवार के सदस्य के बीच संपत्ति का कोई बंटवारा नहीं होता है,



( 4 ) : कर्ता का प्रधानता :-

संयुक्त परिवार के मुखिया को कर्ता कहा जाता है, कर्ता उस परिवार की आय की व्यवस्था करता है, और साथ है उस घर के सारा छोटा मोटा कर उस कर्ता के अनुमति के अनुसार और उसी करता के आदेश के अनुसार करता है,



( 5 ) : आर्थिक सहयोग:-

 परिवार की प्रकृति काफी स्थाई होता है बीमारी बेरोजगारी या दुर्घटना के समय किसी के सदस्य की देखभाल करना परिवार के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी होती है,

वे ये नहीं सोचते ती हम किसके लिए कार्य कर रहे है बस वे ये सोचते है हम अपने परिवार की सेवा कर रहे है,



( 6 ) : परंपराओं का महत्व :-

परंपराये लोगों को एक साथ जोड़ती है और परिवार के सदस्यों को मनोरंजन प्रदान करती है



 ( 7 ) : धार्मिक कार्य :- 

इसमें संयुक्त परिवार में धार्मिक कार्य किसी तरह का हो परिवार के सभी सदस्य इस में भाग लेते हैं,



( 8 ) : समाजवादी व्यवस्था :-

एक समाजवादी व्यवस्था का मुख्य सिद्धांत है प्रत्येक सभी के लिए और सभी प्रत्येक के लिए,




 संयुक्त परिवार के गुण और दोष (sanyukt parivar ke labh aur hani ):-



संयुक्त परिवार के गुण:-


( 1) : व्यक्ति का समाजीकरण:-

 बच्चे को अपने समाज के नियमों और गुणों को सिखाने में संयुक्त परिवार बहुत उपयोगी काम करते हैं,


( 2 ) : सामाजिक सुरक्षा :-

 संयुक्त परिवार अपने सभी सदस्यों के बेरोजगारी, बीमारी या किसी कठिनाई में पूरी सुरक्षा देते हैं, और अपने परिवार कि देख रेख करते है,


( 3 ) : संस्कृति का हस्तांतरण :-

परिवार का प्रत्येक वृद्धि और अनुभवी सदस्य नई पीढ़ी के लोगों को अपनी संस्कृति और सामाजिक मूल्यों के अनुसार व्यवहार करने की शिख देता है, सदस्यों को बताया जाता है कि कौन से व्यवहार उचित है और कौन से अनुचित,




 ( 4 ) : अनौपचारिक सामाजिक नियंत्रण :-

 संयुक्त परिवार अनेक धार्मिक और नैतिक नियमों के द्वारा सदस्यों के व्यवहार होता रहता है,

स्वस्थ मनोरंजन परिवार में बच्चों का एक दूसरे के साथ खेलना भाई बहनों द्वारा एक-दूसरे के प्रति व्यवहार करना सदस्य द्वारा बच्चों को शिक्षा से जुड़ी कहानी सुनाता संयुक्त परिवार में मनोरंजन के मुख्य साधन है,



( 5 ) : सामाजिक श्रम विभाजन :-

श्रम विभाजन घर के अंदर और घर के बाहर दोनों जगह देखने को मिलता है घर के अंदर स्त्रियां कार्य करती है और घर के बाहर पुरुष वर्ग,



संयुक्त परिवार के दोष:-


(1): व्यक्तित्व के विकास मे बाधक :-

 सभी सदस्य अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए माता पिता और परिवार के मुख्य सदस्य पर निर्भर बने रहती है याह दशा व्यक्तित्व के विकास में बाधा है,


( 2 ) : सदस्यों में विवाद:-

  संयुक्त परिवार में सदस्यों की संख्या अधिक होने के कारण उनके बीच विवाद उत्पन्न होते रहते हैं, बच्चे बचपन से ही व्यवहार के ऐसे तरीके सीखने जाती है जो उनके लिए उचित नहीं होता है,



( 3 ) : सामाजिक समस्याओं का पोषण :-

भारतीय समाज के अधिकार समस्याएं संयुक्त परिवार की देन है जैसे बाल विवाह दहेज प्रथा और शिक्षा प्रथा,



 ( 4 ) :पीढ़ी के बीच तनाव :-

 संयुक्त परिवार में बुजुर्ग लोग परंपरागत मूल्यों और विश्वास रख अपनी संस्कृति मानकर उनका कठोरता से पालन करने पर जोर देते हैं,

दूसरी ओर नई पीढ़ी उन व्ययहार को अधिक महत्वपूर्ण मानती है जो समय के अनुसार और सुविधाजनक हो रही है इसी प्रकार पुरानी और नई पीढ़ी के बीच तनाव उत्पन्न होते रहते हैं,



( 5 ) : गतिशीलता में बाधक :-

आधुनिक युग में आर्थिक सफलता के लिए यह जरूरी है कि व्यक्ति उस स्थान पर जाकर काम करेगा, 

जहां उसे अपने मेहनत और योग्यता पर अधिक से अधिक लाभ मिल सके लेकिन संयुक्त परिवार किसी भी व्यक्ति को अपने परिवार या गांव से बाहर जाकर काम करने की आज्ञा नहीं देता.



( 6 ) :आवास :- 

परिवार में सभी लोग एक साथ एक मकान में रहते हैं स्थान की कमी के कारण बच्चे ग्रेट घटनाओं को देखने पड़ते हैं इस बचपन से ही बच्चों को बुरी आदतें विकसित होने लगती है



 ( 7 ) : व्यवस्था आवास :-

 सयुक्त परिवार मे सभी लोग एक साथ एक मकान मे रहते है, स्थान की कमी के कारण बच्चे गलत घटना को देखते और सुनते है इससे बचपन से है बच्चो के अंदर बुरी आदत आने लगती है,



आशा करता हु की आप को यह पोस्ट पसंद आयी होंगी ,साथ ही अच्छी तरह समझ आयी होंगी ,अगर कोई परेशानी हुई होंगी तो हमें कमैंट्स करें ,ताकि मैं आपकी परेशानी को दूर कर सकूँ ,



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