Type Here to Get Search Results !

क्लास-7, हिंदी ( सारांश ), अध्याय= सच्चा भारत के प्रश्न और उत्तर

    क्लास-7, हिंदी ( सारांश ), अध्याय= सच्चा भारत के प्रश्न और उत्तर 



नमस्कार,

आज क्लास -7, हिंदी ( प्राची सारांश ), अध्याय = सच्चा भारत , के सभी प्रश्नों का उत्तर उपलब्ध कराया गया है,

ऐसा ही ढेर सारे पोस्ट के लिए निचे दिए गए बटन क़ो दबा कर फॉलो कर ल




प्रश्न और उत्तर :-


प्रश्न 1:- कवि के अनुसार' भारत मानचित्र में ना होकर लोगों के मन में बसा है इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए?

उत्तर :-

कवि के अनुसार भारत में मानचित्र मे ना होकर लोगों के मन में बसा है क्योंकि मानचित्र पर मोलना वाला भारत क़ो मात्र एक भौगोलिक रूप है लेकिन वास्तविक में भारत लोगों के मन में बसा है.




प्रश्न 2:- भारत को जलज ( कमल ) क्यों कहा गया है?

उत्तर :- 

भारत को जलज इसीलिए कहा गया है क्योंकि हमारा भारत मातो भरा हुआ है, वह स्वपन की तरह है जो भारत के लोगों को उन्नति के मार्ग पर ले जाने वाला है, जिसको पार कर मनुष्य में चेतना अनुभूति और सदबुद्धि आती है,भारत एक ऐसा देश है जिसमें कभी भी कोई दाग नहीं लगता..



प्रश्न 3:- भारत की कल्पना कैसे है?

उत्तर :- 

भारत की कल्पना है की वह मनुष्य क़ो द्वेष से मुक्त कर सकता है.


  प्रश्न 4:- भारत को कैसी संज्ञा बताया गया है?

उत्तर :- 

भारत के कवि रामधारी सिँह दिनकर जी ने इस प्रकार संज्ञा नाम दिया है, उन्होंने बताया कि भारत के नाम मे पैराग्य छुपा है, यहाँ के लोग आत्मा की उज्वलता मे विश्वास करता है और भारत मनुष्य के सबसे बड़ी जीत की चमक है, भारत एक भावना की तरह है जो संसार का दुख दूर करने में सक्षम है.



प्रश्न 5:- दाह जग - जीवन क़ो हारने वाली भावना क्या होती है? भारत के संदर्भ में इसका क्या अवचित्य है?

उत्तर :- 

दाह जग - जीवन क़ो हारने वाली भावना वह है जो संसार के दुख दूर करने में सक्षम है, भारत के सन्दर्भ मे अचीत मे यह है कि भारत की एकता प्रेम और अखंडता का अनोखा संगम है.



प्रश्न 6:- भारत का कौन सा रूप विश्व में दीप्तीमान है?

उत्तर :- 

इस कविता में दिनकर जी ने बताया है कि भारत केवल भौगोलिक सत्ता ही नहीं बल्कि उसका वास्तविक रूप है प्रेम त्याग की भावना से भरा हुआ है.



प्रश्न 7:- कभी किस प्रकार के भारत को प्रणाम करने के लिए कह रहा है?

उत्तर :- 

कवि सच्चे भारत की पहचान उसकी संस्कृति एवं आंतरिक गुणवत्ता से बनती है भारत के लोगों में एकमात्र प्रेम और अखंडता का समावेश है.





  क्लास 7 हिंदी बुक 2020 क्वेश्चन answer, भारत के आदिवासी


नमस्कार,

आज क्लास -7, हिंदी ( प्राची सारांश ), अध्याय = भारत के आदिवासी ' के सभी प्रश्नों का उत्तर उपलब्ध कराया गया है,

ऐसा ही ढेर सारे पोस्ट के लिए निचे दिए गए बटन क़ो दबा कर फॉलो कर ले.



  प्रश्न और उत्तर :-

प्रश्न 1 :- आदिवासी समुदाय के लोग देश के किन किन राज्यों में मिलते हैं?

उत्तर :- 

अपने ही देश में छत्तीसगढ़,उड़ीसा, पश्चिम बंगाल झारखंड, असम, मेघालय,मिजोरम,नागालैंड,अरुणाचल प्रदेश,उत्तरांचल,उत्तराखंड आदि राज्यों में आदिवासी समुदाय के लोग मिलते है.




प्रसन2 :- गोल -गद्दाड़े प्रथा क्या है? यह कहा प्रचलित है? इस प्रथा के बारे मे विस्तार से बताये?

उत्तर :-

 छत्तीसगढ़ के जनजातियों में विवाह के लिए गोल- गधेड़े की प्रथा प्रचलित है, आइये इस प्रथा के बारे मे जाने :- एक निश्चित पर समुदाय की विवाह योग्य नवयुवक और नवयुवती को एक स्थान पर एकत्रित किया जाता है. एक बाडा बनाया जाता है, नवव्यवती बाड़े के भीतर रहती है, और नवयुवक बाड़े के बाहर रहते है, बाड़े के बीचो बीच एक खंभा गाड़ कर उस पर नारियल टांग दिआ जाता है. संकेत मिलने पर नवयुवकों को बाड़े में घुसकर खम्बे पर चढ़कर नारियल को तोड़ कर लाना होता है, यह काम सुनने में भले ही आसान लगे पर करने में बड़ा कठिन होता है,बाड़े के भीतर युवतियां नारियल तोड़ने वाले को तरह-तरह से प्रताड़ित करती है, जो नवयुवक नारियल तोड़कर लाने में सफल हो जाता है उसे मनपसंद जीवनसाथी चुनने का अधिकार मिल जाता है,दरसल इस इस प्रथा द्वारा शादी के इक्षुक जवान की शारीरिकक्षमता और दृढ़ इक्षा देखा जाता है.




    प्रश्न3::- झारखंड में किन-किन जनजाति के लोग रहते हैं?

उत्तर :- 

झारखण्ड के मुंडा जनजाति के लोग आपस मे मुंडारी मे बात चित करते है, इसी तरह झारखण्ड मे 'हो ' 'उराव ' 'खड़िआ ' 'संथाली ' और असुर समुदाय के लोग क्रमशः हो,उराव, खड़िआ, सांथली, और असुर बोली मे बात चित करते है.




प्रश्न4 :-: झारखंड के असुर सामुदाय मे विवाह के कौन-कौन सी प्रथा प्रचलित है?

उत्तर :-

झरखण्ड मे असुर समुदाय मे एक प्रथा प्रचलित है, इसमें विवाह योग्य युवती की घर की बनाने के कला परखी जाती है, असुरो के घर पिरामिड नमा होती है इन्हे जंगली पत्तों से बनाया जाता है. असुर लड़की ऐसे घर घर बनाने में कुशल होती है.

इस प्रकार के घरों मे मुख्य विशेषता होती है कि भयंकर वर्षा में भी इनके अंदर पानी नहीं टपकता,यदि किसी लड़कियों के द्वारा बनाए गए एक बूंद पानी टपक जाता तो उसकी अक्षमता का परिचय माना जाता है.





प्रश्न5 :- उत्तराखंड की भिटिया जनजाति में किसी की मृत्यु हो जाने पर क्या प्रथा अपनाई जाती है?

उत्तर :-

 उत्तराखंड की भोटिया जनजाति में किसी की मृत्यु हो जाने पर मृत्यु स्थाल से दरवाजे तक भेड की उन या उससे बना हुआ वस्त्र फैला दिया जाता है,उनकी ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से मृतक आत्मा उसी घर में आ जाती है.




    प्रश्न :6- आदिवासी लोग प्रकृति के साथ गहरे गरूप से जुड़े हैं इसका पता किस प्रकार से चलता है?

उत्तर :-

 आदिवासी लोग प्रकृति के बीच रहते हैं ये प्रकृति की उपासना -पूजा करते हैं, वे सिंग बोंगा की उपासना करती है, यह उपयोगिता के आधार पर पहाड़ों नदियों नदियों की पूजा करते हैं इनके त्यौहार की प्रकृति परक है




प्रश्न 7:-आदिवासियों ने लोक कलाओ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह किया है किन किन रूपों मे?

उत्तर :-

प्रकृति के बीच रहकर संघर्ष करते हुए आदिवासियों ने लोक कथाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है झारखंड में छऊ नृत्य प्रमुखता से प्रदर्षित किये जाते है,इसमें पौराणिक कथाओं क़ो आधार बनाकर नर्तक समूह नृत्य करते है, नर्तक के मुंह पर मुखोटे लगे होती है आदिवासियों पेंटिंग कला में भी प्रमुख स्थान बना चुकी है मजेदार बात यह है कि इन कलकृति मे भरे जाने वाली रंग मिट्टी से बनाए जाते हैं.




प्रश्न 7:- आदिवासियों के जीवन यापन के प्रमुख व्यवसाय क्या-क्या है?

उत्तर :-

आदिवासियों अपना जीवन यापन में प्राकृतिक साधनों से करते है,खेती,पशुपालन,लकड़ी काटना,रस्सी बुन्ना आदि उनके प्रमुख व्यवसाय है






प्रश्न 8:- सरकार आदिवासियों का जीवन स्तर सुधारने के लिए क्या-क्या उपाय कर रही है इनसे इनकी स्थिति में क्या सुधार आया है?

उत्तर :- 

सरकार इनके उत्थान के लिए बहुत प्रयास कर रही है, इन्हे नौकरियों में आरक्षण दिया जा रहा है,अब इनमें से बहुत सारे लोग सरकार से उच्च पदों पर कार्य कर रहे हैं.





.......... STUDY WITH MOTIVATION..........

" बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप है।

:-स्वामी विवेकानं





  क्लास -7, हिंदी ( सारांश ), अध्याय = तक्षशिला का वैभव के प्रश्न और उत्तर



नमस्कार,


आ मै क्लास 7, हिंदी ( प्राची सारांश ), के एक अध्याय = 'तक्षशिला का वैभव' के सभी प्रश्नों का उत्तर ले कर आया हूं,

अगर आपको ये पोस्ट पसंद आई होंगी तो निचे दिए गए फॉलो बटन क़ो दबा कर हमें फॉलो कर ले,




प्रश्न और उत्तर :-

प्रश्न 1:- यह पत्र किसने,किसको और कहां से लिखा है?

उत्र :- 

यह पत्र राहुल ने अपने बहन रश्मि क़ो जनकपुरी नई दिल्ली से लिखा है.




प्रश्न2 :- पत्र लेखक पत्र में क्या बता रहा है?

उत्तर :-

पत्र लेखक पत्र में राष्ट्रीय संग्रहालय बता रहा है.




प्रश्न 3:- तक्षशिला की वर्तमान मे स्थिति कहां बताई गई है?

उत्तर :- 

तक्षशिला की वर्तमान मे स्थिति पाकिस्तान की शहर शवलपीढ़ी के उत्तर पश्चिम की ओर लगभग की किलो मीटर दूर बताई गईं है.




    प्रश्न4 :- तक्षशिला विश्वविद्यालय प्राचीन काल में किन किन विशेषता के लिए प्रशिद्ध था ?

उत्तर :-

तक्षशिला विश्वविद्यालय प्राचीन काल मे निम्नलिखित विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध था:- 

1- यहाँ धनी और निर्धन विद्यार्थियों का सम्मान सुविधा प्राप्त थी.

2- तक्षशिला विश्वविद्यालय में साहित्य, कला, विज्ञान आदि 18 विषयों की शिक्षा दी जाती थी.




प्रश्न 5:- तक्षशिला विश्वविद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों के बारे मे विस्तारपूर्वक बताये.

  उत्तर :- 

तक्षशिला विश्वविद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों के बारे में यह बताया कि वहा शिक्षा केंद्र मे 16 वर्ष की आयु मे प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है, यहां मगहा काशी और दूसरे देशों से विधार्थी ज्ञान प्राप्त करने आते थे, यहाँ धनी और निर्धन विद्यार्थियों का जीवन अत्यंत पवित्र और सादगीपूर्ण होता था,




प्रश्न 6:- वस्तुकला और मूर्तिकला का अंतर तक्षशिला के सन्दर्भ मे स्पष्ट करें.

उत्तर :-

तक्षशिला मूर्तिकला के क्षेत्र मे भी उन्नति के शिखर मे था, यहाँ वस्तुकला का भी श्रेष्ठ नमूना देखा जा सकता है, एक मालिक के खंडहर को देखने पर गया था इससे सयन कक्षा, अथिति गृह, कार्यालय आदि की सुन्दर व्यवस्था थी, भवनो और सपूतो की सजावट के लिए सुन्दर मुर्तिया का प्रयोग किया जाता था, अधिकांश मुर्तिया महात्मा बुद्ध के जीवन सम्बंधित होती थी.




प्रश्न 7:-तक्षशिला के वैभव का पता किस प्रकार चला, इस वैभव क़ो किस किस रूप मे देखा जा सकता है?

उत्तर :-

जोर्ज मार्सल नामक अंग्रेज ने इस स्थान की खुदाई करवाकर एक बार फिर से तक्षशिला के वैभव क़ो प्रकाश मे ला दिया, खंडहर मे आज भी उस महान वैभव के साक्षी है,संग्रहालय में जो भी मूर्तियां,आभूषण और कला के नमूने रखे हैं, वे सब तक्षशिला की खुदाई में ही मिले हैं, इन मूर्तियों के घुंघराले बाल तुम्हें कितने अच्छे लगे थे उन दिनों की मुर्तिया आज भी उस काल की कला की दर्शन करा देती है.






.......... STUDY WITH MOTIVATION..........

" हमे युवाओ को नौकरी चाहने वालो की अपेक्षा नौकरी देने वाला बनाना होगा।"

:-A. P. J Abdul Kalam




धन्यवाद.





Tags

Post a Comment

0 Comments